मिश्रिख सीतापुर: राजेश्वरी कन्या इंटर कॉलेज के बच्चों के द्वारा चौरा-चौरीकांड में एक खण्डहर में छिपे स्वतंत्रता संग्राम सेनानी को बम से मार दिया गया था क्यो की स्वतंत्रता संग्राम सेनानी ब्रिटेश सरकार को नही मानते थे जिसको लेकर राजेश्वरी कन्या इण्टर कालेज के छात्र छात्राओं ने कॉलेज से परसौली चौराहा होते हुये सरस्वती ज्ञान मंदिर होते हुए पीपल चौराह होते हुये तहसील में शहीद स्मारक तक निकली प्रभात फेरी इस प्रभात फेरी में स्कूल के टीचर व उप जिलाधिकारी मिश्रिख नगर पालिका ईओ नायाब व तहसील दार कस्बा इन्चार्ज अपने दल बल के साथ मौजूद रहे छात्र छात्राओं ने सलूट के साथ वन्दे मातरम भी प्रस्तुत किया उसके बाद समस्त अधिकारी गड़ व टीचरों ने सहीद स्मारक पर फूल माला अर्पित की व स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की पत्नी को माला पहनाकर उपहार में मीठा भेट किया और बड़े हार्स के साथ कार्यक्रम सम्पन्न हुवा
परंतु सबसे आस्चर्य की बात तो यह है कि जब उप उपजिलाधिकारी से मामले में जब बाईट देने को कहा गया तो उन्हों ने निकट बैठे ईंडिया नामक पोर्टल के रिपोर्टर आलोक वर्मा की तरफ इशारा करते हुए कहा कि सबकुछ इनसे ही पूछलो तहसील के मामलों में इनकी ही बाईट ले लिया करो उप जिलाधिकारी के इस कथन से बड़ा सवाल यह उठता है कि तहसील में प्रसासनिक कार्य उप जिलाधिकारी देकगते है या फिर उक्त पोर्टल का रिपोर्टर क्या प्रदेश सरकार का यही है भ्रस्टाचार मुक्त प्रसासन देने का दावा जिसकी तरफ प्रदेश शासन को गम्भीरता से ध्यान देने की जरूरत है प्रसासन के सामने अहम सवाल तो यह है कि उक्त पोर्टल का रिपोर्टर नगर के राजेश्वरी कन्या इण्टर कालेज में लिपिक के पद पर कार्यरत है और तहसील प्रसासन द्वारा तमाम तरह के सरकारी कार्यक्रम उक्त इण्टर कालेज में ही सम्पन्न कराये जाते है जबकि यहाँ नगर में स्थित राजकीय कन्या इण्टर कालेज भवन और भारी भरकम प्रांगड़ की प्रसासन द्वारा घोर उपेक्षा की जाती है जिसे स्पस्ट है कि तहसील के मुखिया और इण्टर कालेज के लिपिक के मद्य अच्छी खासी साठ गांठ के चलते तहसील प्रसासन जनहित के कार्यो की खुले आम कर रहा है अपेक्छा ,